BCCI ने Ranji Trophy मैचों में खिलाड़ियों की भागीदारी को अनिवार्य करने का एक कठोर निर्णय लिया है, जिससे कि आईपीएल से पहले खिलाड़ियों को Ranji खेलना होगा। यह नियम उन खिलाड़ियों के लिए एक सख्त संदेश है जो क्रिकेट के लंबे समय से दूर रहे हैं। BCCI के इस निर्णय के बाद, ईशान किशन, क्रुणाल पंड्या और दीपक चाहर को भी Ranji Trophy मैचों में अपनी राज्य टीमों के साथ खेलना होगा।
BCCI का निर्णय: Ranji Trophy अनिवार्य
BCCI के निर्णय के अनुसार, खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट या आईपीएल को प्राथमिकता नहीं दी जा सकती, और वे अपने घरेलू क्रिकेट दलों में भागीदारी करने के लिए उपलब्ध रहेंगे। इस निर्णय के बाद, ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को भी Ranji Trophy में अपने राज्य टीमों के साथ खेलना होगा। यह नियम खिलाड़ियों को अपनी संबंधित राज्य टीमों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने के लिए लागू किया गया है।
इस निर्णय के बाद, ईशान किशन, क्रुणाल पंड्या और दीपक चाहर को भी Ranji Trophy मैचों में अपनी राज्य टीमों के साथ खेलना होगा। इस नियम के लागू होने से ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों को प्रभावित हो सकता है, जो आईपीएल की तैयारियों के लिए कंपटेटिव क्रिकेट को छोड़ दिया है।
ईशान किशन कुछ समय पूर्व तक टीम इंडिया के ऑल फॉर्मेट प्लेयर थे, उन्होंने सभी फॉर्मेट (दो टेस्ट, 27 वनडे, 32 टी20ई) में इतने मैच खेल चुके हैं। इसमें उनके नाम क्रमश: 78 रन, 933 रन, 796 रन बनाए हैं। वहीं टेस्ट में 5 कैच, वनडे में 15 शिकार और टी20 में 16 शिकार हैं।
इस नियम के अनुसार, ईशान किशन को भी Ranji Trophy मैचों में अपनी राज्य टीम, झारखंड, के साथ खेलना होगा। हालांकि, ईशान के इस निर्णय ने उनके करियर को एक नई मोड़ पर ले जाने के लिए उन्हें कई तनावों का सामना करना पड़ सकता है।
यह नियम BCCI की पकड़ को मजबूत करने के लिए लागू किया गया है, जो राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही, यह निर्णय खिलाड़ियों को अपने घरेलू टीमों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करने का भी एक प्रयास है।