इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 का नया सीजन शुरू होने वाला है और इस बार मुंबई इंडियंस में सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है कप्तानी परिवर्तन को लेकर. पांच बार की चैंपियन टीम मुंबई इंडियंस में इस बार रोहित शर्मा बल्लेबाज के रूप में खेलते नजर आएंगे जबकि कप्तानी की जिम्मेदारी Hardik Pandya को सौंपी गई है. कप्तानी बदलने का ये फैसला IPL 2024 से पहले सबसे ज्यादा बहस वाले विषयों में से एक रहा है. क्या Hardik Pandya अपनी पुरानी फ्रेंचाइजी को सफलतापूर्वक आगे ले जा पाएंगे, ये तो वक्त ही बताएगा.
हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में पूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी प्रवीण कुमार मुंबई इंडियंस की कप्तानी में हुए बदलाव पर अपनी राय दे रहे हैं. वीडियो में प्रवीण से मुंबई इंडियंस के कप्तानी परिवर्तन को लेकर सवाल किया जाता है.
IPL 2024: प्रवीण से पूछा गया, “क्या मुंबई इंडियंस ने जल्दबाजी में फैसला लिया? या Hardik Pandya को कप्तान बनाना सही फैसला था?”
इस सवाल के जवाब में प्रवीण कुमार ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, “आप दो महीने पहले नहीं खेलते, IPL से दो महीने पहले चोटिल हो जाते हैं, आप देश के लिए नहीं खेलते, आप अपने राज्य के लिए घरेलू क्रिकेट में नहीं खेलते और सीधे IPL खेलने चले आते हैं. चीजें ऐसे नहीं चलती हैं. पैसा कमाना ठीक है, आपको कौन रोक रहा है? इसमें कोई बुराई नहीं है. लेकिन आपको राज्य और देश के लिए भी खेलना चाहिए. अब खिलाड़ी सिर्फ IPL को ही अहमियत देते हैं.”
प्रवीण कुमार ने युवा खिलाड़ियों को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अपने करियर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को IPL से ऊपर रखना चाहिए और दोनों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करनी चाहिए.
प्रवीण ने इससे पहले भी एक इंटरव्यू में कहा था, “मैं लंबे समय से यही कह रहा हूं. पैसा कमाओ, कौन मना कर रहा है? पैसा कमाना चाहिए लेकिन ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि आप घरेलू नहीं खेल रहे, देश को अहमियत नहीं दे रहे. ये चीज अब खिलाड़ियों के दिमाग में घुस चुकी है. ‘मैं एक महीने पहले रेस्ट कर लूंगा, फिर IPL खेल लूंगा.’ ये सब इसलिए होता है क्योंकि आप मानसिक रूप से उन पैसों को छोड़ने के लिए तैयार नहीं होते हैं. लेकिन ये बिल्कुल भी सही नहीं है. एक खिलाड़ी को चीजों में संतुलन बनाना बहुत जरूरी है. पैसा जरूरी है, लेकिन फ्रेंचाइजी क्रिकेट को प्राथमिकता देना गलत है.”
प्रवीण कुमार के इस बयान से भारतीय क्रिकेट में एक अहम मुद्दे को छेड़ा गया है. जहां IPL ने युवा प्रतिभाओं को निखारने का काम किया है वहीं दूसरी तरफ इस टूर्नामेंट के कारण कुछ खिलाड़ियों का फोकस घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से हटने का खतरा भी बना हुआ है. ऐसे में यह देखना होगा कि बीसीसीआई इस मामले में क्या कदम उठाती है और खिलाड़ियों को किस तरह से संतुलन बनाकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है.