U19 World Cup के Semi Final में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को रोमांचक मुकाबले में हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह लगातार पांचवीं बार है जब भारत U19 World Cup के फाइनल में पहुंचा है। मंगलवार को बेनोनी में खेले गए इस मैच में भारत को जीत के लिए 245 रनों का लक्ष्य मिला था, जिसे उन्होंने 98.5 ओवर में 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
U19 World Cup semi final मैच के आखिरी क्षणों में जब राज लिंबानी ने शानदार कवर ड्राइव लगाकर भारत को जीत दिलाई, तो भारतीय खेमे में जश्न का माहौल छा गया। वहीं, दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी हार का बोझ ढो रहे थे। ट्रिस्टन लूस और नकोबानी मोकोएना मैदान पर लेटे हुए थे, कुछ खिलाड़ियों की आंखों में आंसू थे। टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले क्वेना मफाका अपने साथियों को दिलासा देने की कोशिश कर रहे थे।
भारतीय कप्तान उदय सहारन ने अपनी जीत का जश्न मनाने से पहले दक्षिण अफ्रीकी कप्तान जुआन जेम्स से हाथ मिलाकर हार का सम्मान किया। यह Semi Final मैच रोमांच से भरपूर था और दोनों टीमों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया।
U19 World Cup: मैच का रोमांचक सफर
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 245 रन बनाए। शुरुआत में मफाका ने पहले ही ओवर में अदर्श सिंह को आउट करके भारत को झटका दिया। इसके बाद ट्रिस्टन लूस ने टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले मुशीर खान को आउट करके दक्षिण अफ्रीका की पकड़ को मजबूत कर दिया।
भारत को शुरुआती झटकों से उबरने में थोड़ा समय लगा। सातवें ओवर में अर्शिन कुलकर्णी ने मफाका की गेंद पर छक्का लगाकर भारत का पहला चौका जड़ा। लेकिन उनकी खुशी ज्यादा देर नहीं टिकी और लूस ने उन्हें पावरप्ले के आखिरी ओवर में आउट कर दिया।
भारतीय टीम ने धीरे-धीरे खेलते हुए स्कोरबोर्ड को आगे बढ़ाया। कप्तान सहारन और सचिन दास ने शानदार अर्धशतक लगाकर टीम को संभाला। इन दोनों के बीच 171 रनों की साझेदारी ने भारत को जीत की राह पर ला खड़ा कर दिया।
सहारन 81 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन सचिन दास ने 96 रन बनाकर अंत तक टीम के लिए लड़ाई लड़ी। आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए 9 रन चाहिए थे। राज लिंबानी ने पहले गेंद पर चौका लगाकर दबाव को कम किया और फिर अगली ही गेंद पर कवर ड्राइव लगाकर भारत को जीत दिला दी।
हार का सम्मान और खेल भावना
भारतीय टीम की U19 World Cup semi final जीत के बाद दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ियों का भावुक होना उनकी हार के दुख को दर्शाता है। लेकिन मैदान पर हार का सम्मान करना और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से हाथ मिलाना खेल भावना का बेहतरीन उदाहरण है।
उम्मीद है कि U19 World Cup के फाइनल में भी दोनों टीमों के बीच ऐसा ही रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा और भारत पांचवीं बार खिता अपने नाम कर सकेगा।