अयोध्या की पावन धरती पर सदियों के इंतजार के बाद आखिरकार वो पल आने ही वाला है, जिसकी आस में करोड़ों श्रद्धालुओं का हृदय धड़क रहा है। 22 जनवरी 2024 को Ram Mandir के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के साथ श्री Ram लला अपने मूल स्थान पर पुन: विराजमान होंगे। इस दिव्य अवसर के आमंत्रण पत्र का स्वरूप अब सबके सामने आ चुका है और इसके साथ ही Mandir निर्माण और समारोह की तैयारियों की एक झलक भी मिली है।
पत्र में अयोध्या में Ram Mandir निर्माण के विभिन्न चरणों और उनके समयावधि का भी उल्लेख है। इन आमंत्रण पत्रों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं और देशभर के लोगों में उत्साह का संचार कर रही हैं।
श्री Ram जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा भेजे गए इन आमंत्रण पत्रों की संख्या 6000 से अधिक है, जो देश के विभिन्न कोनों तक पहुंचे हैं। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य गणमान्य हस्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।
Ram Mandir निर्माण देश के विभिन्न हिस्सों से मिले सहयोग से साकार हो रहा है। एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक पहल के तहत, थाईलैंड ने अयोध्या में Mandir के उद्घाटन से पहले मिट्टी और दो नदियों का जल Ram जन्मभूमि को भेंट किया है। इससे पहले, थाईलैंड ने अपने नदियों का जल भी भगवान Ram Mandir के लिए भेजा था।
उत्तर प्रदेश सरकार ने 14 जनवरी से सभी प्रमुख Ram Mandir और मठों में Ramचरितमानस और हनुमान चालीसा के पाठ के आयोजन की पुष्टि की है। ये कार्यक्रम 22 जनवरी को समारोह के समापन तक चलेंगे। इन कार्यक्रमों का संचालन स्थानीय कलाकारों द्वारा हर जिले में स्थापित उत्तर प्रदेश पर्यटन और संस्कृति परिषद की सहायता से किया जाएगा।
हालांकि, विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने रविवार को बताया कि “कुछ लोग” बिना किसी अनुमोदन के आम जनता से धन इकट्ठा कर रहे हैं। इसलिए, उत्तर प्रदेश सरकार से शिकायत की गई है और जनता से आग्रह किया गया है कि वे केवल श्री Ram जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अधिकृत माध्यमों से ही दान करें।
Ram Mandir का निर्माण भक्तों की अटूट आस्था और समर्पण का प्रतीक है। लाखों लोगों ने वर्षों से Ram Mandir निर्माण के लिए अपना तन, मन और धन अर्पित किया है। 22 जनवरी का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, जब भगवान Ram अपने भव्य Mandir में विराजमान होंगे और यह पावन धरती अनंत खुशियों और आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर हो जाएगी।