हॉलीवुड की धरती पर आज भारतीय संगीत की धूम मची है! 66वें वार्षिक Grammy अवार्ड्स में भारत के मशहूर गायक शंकर महादेवन और ताल सम्राट ज़ाकिर हुसैन ने संगीत की दुनिया में नया इतिहास रचा है। उनकी फ्यूजन बैंड Shakti ने ‘Best Global Music Album’ का प्रतिष्ठित Grammy पुरस्कार अपने नाम किया है। यह सम्मान उनके हालिया एल्बम ‘दिस मोमेंट’ को मिला है।
Grammy के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर शेयर की गई तस्वीर में शंकर महादेवन और बैंड के अन्य सदस्य गणेश राजगोपालन को मंच पर पुरस्कार ग्रहण करते हुए देखा जा सकता है। पोस्ट में Grammy ने लिखा, “Best Global Music Album के विजेता – ‘दिस मोमेंट’ शक्ति को बधाई। #GRAMMYs”
पुरस्कार स्वीकार करते हुए शंकर महादेवन ने कहा, “धन्यवाद दोस्तों। धन्यवाद भगवान, परिवार, दोस्तों और भारत। भारत, हमें आप पर गर्व है… अंत में, मैं यह पुरस्कार अपनी पत्नी को समर्पित करना चाहता हूं, जिसके लिए मेरे संगीत का हर नोट समर्पित है।” संगीतकार के इस भाषण ने उपस्थित लोगों की तालियां बटोरीं।
पिछले साल 30 जून को रिलीज़ हुआ एल्बम ‘दिस मोमेंट’ आठ गानों का संग्रह है, जिसे जॉन मैकलॉघलिन (गिटार सिंथ), ज़ाकिर हुसैन (tabla), शंकर महादेवन (गायक), वी सेल्वगणेश (पर्क्युशनिस्ट) और गणेश राजगोपालन (वायलिनिस्ट) ने मिलकर बनाया है। उन्हें इस श्रेणी में सुसाना बका, बोकांटे, बर्ना बॉय और डेविडो जैसे अन्य कलाकारों के साथ नामांकित किया गया था।
इसके अलावा, ज़ाकिर हुसैन ने बेला फ्लेक और एडगर मेयर के साथ ‘पश्तो’ में योगदान देने के लिए ‘बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉरमेंस’ का Grammy अवार्ड भी हासिल किया, जिसमें राकेश चौरसिया – एक कुशल बांसुरी वादक भी शामिल थे। जहां हुसैन ने एक रात में तीन Grammy जीते, वहीं चौरसिया ने दो पुरस्कार हासिल किए।
यह जीत न केवल शंकर महादेवन और ज़ाकिर हुसैन के लिए, बल्कि पूरे भारतीय संगीत जगत के लिए गर्व का क्षण है। यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय संगीत की विविधता, प्रतिभा और शक्ति को दर्शाता है। यह जीत युवा प्रतिभाओं को भी प्रेरित करेगी और उन्हें अपना सपना पूरा करने का मज़बूत हौसला देगी।
खास बातें:
- शंकर महादेवन और ज़ाकिर हुसैन की फ्यूजन बैंड Shakti ने ‘Best Global Music Album’ का Grammy अवार्ड जीता।
- ज़ाकिर हुसैन ने ‘बेस्ट ग्लोबल म्यूजिक परफॉरमेंस’ का भी Grammy अवार्ड जीता।
- ‘दिस मोमेंट’ एल्बम में जॉन मैकलॉघलिन, ज़ाकिर हुसैन, शंकर महादेवन, वी सेल्वगणेश और गणेश राजगोपालन ने योगदान दिया था।
- यह जीत भारतीय संगीत जगत के लिए गर्व का क्षण है।