Kolkata Metro: PM Narendra Modi ने 22 फरवरी, 2023 को कोलकाता में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम में, भारत की पहली पानी के नीचे वाली Kolkata Metro सुरंग का उद्घाटन किया। यह सुरंग हावड़ा मैदान और एस्प्लेनेड को जोड़ती है, जो शहर के व्यस्ततम इलाकों में से दो हैं। इस परियोजना का उद्घाटन न केवल कोलकाता के परिवहन ढांचे के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
हुगली नदी के नीचे सुरंग का राष्ट्रीय महत्व:
हुगली नदी के नीचे निर्मित यह सुरंग, Kolkata Metro के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर का एक हिस्सा है। यह कॉरिडोर कुल मिलाकर 16.5 किलोमीटर लंबा है और हावड़ा को सॉल्ट लेक सिटी से जोड़ता है, जो हुगली नदी के दोनों किनारों पर स्थित प्रमुख व्यापारिक और आवासीय केंद्र हैं। इस परियोजना की खासियत यह है कि इसमें 10.8 किलोमीटर का भूमिगत खंड शामिल है, जिसमें से 520 मीटर का हिस्सा हुगली नदी के नीचे से होकर गुजरता है। यह भारत में ट्रेनों के लिए बनाई गई पहली पानी के नीचे की सुरंग है।
पूर्वी और पश्चिमी कोलकाता को जोड़ने के लिए एक दशकों पुरानी आवश्यकता को पूरा करते हुए, यह परियोजना शहर के यातायात को कम करने और यात्रा के समय को काफी कम करने में मदद करेगी। अनुमान है कि हावड़ा से सॉल्ट लेक सिटी तक की यात्रा का समय, जो पहले कार से लगभग दो घंटे लगता था, अब मेट्रो से मात्र 40 मिनट में पूरा हो जाएगा। इससे न केवल यात्रियों का समय बचेगा बल्कि शहर में प्रदूषण कम करने में भी मदद मिलेगी।
Kolkata Metro का इतिहास और भविष्य:
यह उल्लेखनीय है कि कोलकाता, भारत की पहली ऐसी जगह है जिसे 1984 में मेट्रो प्रणाली का गौरव प्राप्त हुआ था। हालांकि, पिछले कुछ दशकों में शहर का तेजी से विकास हुआ है, जिससे मौजूदा मेट्रो नेटवर्क यातायात की बढ़ती मांग को पूरा करने में असमर्थ हो गया था।
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर सहित विस्तार योजनाओं के साथ, Kolkata Metro का लक्ष्य शहर के विभिन्न हिस्सों को बेहतर ढंग से जोड़ना और आने वाले वर्षों में यातायात की भीड़ को कम करना है। यह परियोजना न केवल कोलकातावासियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा के रूप में काम करेगी, यह प्रदर्शित करेगी कि कैसे नई तकनीक और बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से शहरी गतिशीलता की चुनौतियों का समाधान किया जा सकता है।
हालांकि, चुनौतियां बनी हुई हैं। एस्प्लेनेड-सीलदह खंड का निर्माण अभी पूरा होना बाकी है, और पूरे ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को जून-जुलाई 2023 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, भविष्य में यात्री भार को संभालने के लिए मेट्रो नेटवर्क के और विस्तार की आवश्यकता होगी।
Kolkata Metro की पहली पानी के नीचे वाली सुरंग का उद्घाटन निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक क्षण है। यह न केवल शहर के परिवहन ढांचे में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, बल्कि यह पूरे देश को यह विश्वास दिलाता है कि भारत बुनियादी ढांचे के विकास में अत्याधुनिक तकनीकों को अपनाने में सक्षम है।`